October 19, 2025 2:33 am

डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक

बहराइच 30 अगस्त। जिला स्वास्थ्य समिति की शुक्रवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने निर्देश दिया कि सभी डाक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ स्वास्थ्य केन्द्रों पर मौजूद रहकर आने वाले मरीजों को शासन की मंशानुसार चिकित्सा सुविधा मुहैया कराये। वर्षा ऋतु में संक्रामक रोगों के दृष्टिगत सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक दवाओं की उलब्धता सुनिश्चित कराते हुए विशेष प्रबन्ध भी किये जाय। आशाओं के कार्य की समीक्षा कर संतोषजनक कार्य न करने वाली आशाओं के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही अमल में लायी जाय। मिहींपुरवा क्षेत्र के सभी गांव में स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाय। जनपद में बौनापन की समस्या को कम किये जाने के लिए स्वास्थ्य व आईसीडीएस विभाग मिलकर कार्य करें और इसके कारणों का अध्यन कर कार्ययोजना तैयार करे जिससे जिले में बौनेपन की समस्या में कमी लायी जा सके।

राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि अधिक से अधिक मोतियाबिन्द ग्रसित मरीजों का चिन्हांकन कर एनजीओ एवं सरकारी चिकित्सालयों द्वारा लाभार्थी एवं मरीजों का निःशुल्क आपरेशन कर उपचारित किया जाय तथा वृद्धों को चश्मा का वितरण भी किया जाय। साथ ही 08 सितम्बर 2025 तक आयोजित होने वाले नेत्रदान जागरूकता पखवाड़ा में लोगों को जागरूक करते हुए नेत्रदान हेतु प्रेरित किया जाय। आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के अन्तर्गत आभा आईडी निर्माण में प्रदेश में 8वां स्थान प्राप्त होने पर डीएम द्वारा प्रसन्नता व्यक्त करते हुए निर्देशित किया गया कि शीघ्र ही शत प्रतिशत लाभार्थियों का आभा आईडी बनाया जाय। संभव अभियान के अन्तर्गत पोषण टैªकर एवं ई-कवच पोर्टल पर सभी सैम-मैम बच्चों का समय से सही डाटा फिड करने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही कुपोषित बच्चों को उपचार एवं पोषण प्रदान करने के लिए फालोअप भी किया जाय।

राजकीय चिकित्सा इकाईयों में प्रसव लेने वाले बच्चों के हेपेटाईटिस-बी की जांच किट के माध्यम से जांच में मिहींपुरवा में मात्र 33 प्रतिशत बच्चों की जांच पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए शत प्रतिशत बच्चों की जांच करने के निर्देश दिये गये। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा में बताया गया कि लगभग 2200 परिवार ऐसे है जिनके द्वारा बच्चों को टीका लगाने से मना किया जाता है। अभियान चलाकर लगभग 1050 बच्चों को टीके लगाये गये है जिसमें सीएचसी फखरपुर की उपलब्धी सबसे अधिक रही है। निर्देशित किया गया कि ब्लाक रिस्पासं टीम के माध्यम से सभी इंकार परिवार के बच्चों का पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाय। टीकाकरण सत्र स्थल पर समस्त लाजिस्टिक विशेषकर वजन मशीन लम्बाई नापने की मशीन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

आकांक्षात्मक ब्लाक हुजूरपुर की समीक्षा में पाया गया कि प्रथम त्रैमास में गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन 60 प्रतिशत संस्थागत प्रसव 97 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं की चार जांचे 77 प्रतिशत पायी गयी। डीएम द्वारा सुधार लाये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही ब्लडप्रेशर एवं शुगर की शत प्रतिशत जांच के भी निर्देश दिये गये। पीएफआई संस्था द्वारा संचालित परिवार नियोजन एवं बाल विवाह, अशिक्षा की समीक्षा में निर्देशित किया गया कि बार्डर के ब्लाक में स्थित ग्रामों में विशेष शिविर का आयोजन कर बाल विवाह, नारी शिक्षा पर लोगों को जागरूक कर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, सीएमओ डॉ संजय कुमार, सीएमएस एम.एम. पाण्डेय, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्रद्धा पाण्डेय, डीपीएम सरजू खां सहित प्रभारी चिकित्साधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

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