October 19, 2025 2:33 am

जनपद के 09 सहकारी समितियों पर भेजी गई 2700 बोरी यूरिया

जनपद में पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है उर्वरकरू जिला कृषि अधिकारी

बहराइच 30 अगस्त। जिला कृषि अधिकारी डॉ. सूबेदार यादव द्वारा अवगत कराया गया है वर्तमान में जिले में 2777 मैट्रिक टन यूरिया, 5208 मैट्रिक टन डीएपी, 2893 मैट्रिक टन एनपीके एवं 13299 मैट्रिक टन सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक उपलब्ध है। जनपद की सभी समितियो पर उर्वरक उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि अब तक जनपद में 59300 मैट्रिक टन यूरिया का वितरण हो चुका है। गत शुक्रवार को जिले में 375 मैट्रिक टन यूरिया का वितरण किया गया है। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जनपद की 09 समितियों साधन सहकारी समिति डंडैलाडीह, शाहपुर रसूलपुर, जैतापुर, इटहा, रमवापुर महसी, रमवापुर हुजूरपुर, चिल्हरिया, शिवपुर एव सहकारी संघ नानपारा पर 13.5-13.5 मैट्रिक टन उर्वरक भेजा गया है। इस तरह जनपद की कुल 09 समितियो पर 2700 बोरी यूरिया उर्वरक भेजी गयी है।

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि किसानों को शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार उर्वरक का वितरण सुनिश्चित कराये जाने हेतु जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी के निर्देश पर सीमावर्ती व अन्य क्षेत्रों में लगातार छापामारी की कार्यवाही की जा रही है। जनपद में उर्वरक की कालाबाज़ारी में संलिप्त 03 व्यक्तियों तथा 01 उर्वरक विक्रेता के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी गई तथा 05 व्यक्तियों को जेल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में 12 व्यक्तियों का लाइसेंस निरस्त किया गया है तथा 26 उर्वरक विक्रेताओं का लाइसेंस निलम्बित किया जा चुका है। सीमावर्ती क्षेत्र में एसएसबी व पुलिस विभाग से समन्वय कर बड़ी निगरानी रखी जा रही है। जिले की सभी समितियों एवं विक्रय केन्द्रों पर पुलिस, राजस्व व कृषि विभाग की देख-रेख में उर्वरक का वितरण कराया जा रहा है। उर्वरक वितरण के सम्बन्ध में शिकायत प्राप्त होने पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है।

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर ए.आर. को-आपरेटिव, जिला प्रबंधक पीसीएफ एवं इफको के प्रतिनिधि के साथ प्रतिदिन बैठक कर उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण की समीक्षा की जाती है तथा जिन समितियों पर पांच मैट्रिक टन से कम यूरिया उपलब्ध होती है वहां उर्वरक भेजने की कार्रवाई की जा रही है। जनपद में उर्वरक की कमी नहीं लगातार यूरिया रैक प्राप्त हो रही है। जिले को प्राप्त होने वाली उर्वरक को सहकारी समितियां एवं प्राइवेट दुकानदारों के यहां भेजा जा रहा है। उन्होंने किसानों को सुझाव दिया है कि यूरिया उर्वरक को एडवांस में खरीद कर भंडारण ना करें। डॉ. यादव ने बताया कि किसानों को समय पर एवं सही मूल्य पर खाद उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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