मवाना (मेरठ)।मवाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं, इसका ताजा उदाहरण उस समय सामने आया जब स्थानीय निवासी श्रीमती अनीता गुप्ता ने उपजिलाधिकारी मवाना को एक प्रार्थना पत्र देकर सपा नेता विनोद गुप्ता और उनके भाई मदन गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए। आरोप है कि दोनों भाइयों ने कुटरचित (फर्जी) दस्तावेजों के आधार पर श्री शिव मंदिर एवं रामलीला समिति के खाते से लगभग 10 लाख रुपये की धनराशि का गमन कर लिया।
बैंक खाते से निकाले गए रुपये
शिकायत पत्र में बताया गया है कि उपजिलाधिकारी कार्यालय ने पहले ही 26 सितम्बर 2023 को पत्र संख्या 494/एस.टी.-मवाना/2023 जारी कर जिला सहकारी बैंक, गुडमंडी मवाना में स्थित बैंक खाता संख्या 00312105000022 से धन निकासी पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद, आरोपियों ने कुटरचित दस्तावेजों का सहारा लेकर उक्त खाते से भारी धनराशि हड़प ली। शिकायतकर्ता के अनुसार यह घटना भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत एक जघन्य अपराध की श्रेणी में आती है।
पहले से दर्ज हैं कई मुकदमे
श्रीमती अनीता गुप्ता ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि आरोपी सपा नेता विनोद गुप्ता और मदन गुप्ता पर पहले से ही मवाना थाने में बलात्कार, एससी/एसटी एक्ट, चोरी, लूट और जानलेवा हमले जैसी गम्भीर धाराओं में लगभग 12 मुकदमे दर्ज हैं। इन आरोपों को देखते हुए यह मामला और भी गंभीर हो जाता है।
अधिकारी से कड़ी कार्रवाई की मांग
शिकायतकर्ता ने उपजिलाधिकारी मवाना से मांग की है कि मामले का तत्काल संज्ञान लेकर दोषियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि जनहित और लोकहित सुरक्षित रह सके। इसके साथ ही उन्होंने प्रार्थना पत्र की प्रतिलिपि मंडलायुक्त मेरठ और जिलाधिकारी मेरठ को भी प्रेषित कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय स्तर पर बढ़ी चर्चा
इस पूरे मामले ने स्थानीय स्तर पर भी हलचल मचा दी है। एक ओर जहां मंदिर और रामलीला समिति की धनराशि के गमन से श्रद्धालुओं और समिति से जुड़े लोगों में आक्रोश व्याप्त है, वहीं दूसरी ओर लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि जब खाता संचालन पर पहले ही रोक लग चुकी थी तो आखिर किन परिस्थितियों में इतनी बड़ी धनराशि का गमन हो गया।
फिलहाल, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और भूमाफिया व हिस्ट्रीशीटर नेताओं के विरुद्ध किस स्तर पर कानूनी कार्यवाही होती है।